उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने शनिवार (14 सितंबर, 2024) को कहा कि 5 सितंबर को शुरू की गई सरकार की सब्सिडी वाली प्याज बिक्री पहल से कुछ ही दिनों में प्रमुख शहरों में कीमतों में गिरावट आई है।
दिल्ली में प्याज़ की खुदरा कीमत 60 रुपये से घटकर 55 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, जबकि मुंबई में 61 रुपये से घटकर 56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चेन्नई में खुदरा कीमत 65 रुपये से घटकर 58 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
सरकार ने मोबाइल वैन और एनसीसीएफ तथा नैफेड के आउटलेटों के माध्यम से 35 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर प्याज की बिक्री शुरू की।
यह कार्यक्रम दिल्ली और मुंबई में शुरू हुआ और अब चेन्नई, कोलकाता, पटना, रांची, भुवनेश्वर और गुवाहाटी सहित अन्य प्रमुख शहरों में भी फैल चुका है।
बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने सब्सिडी वाले प्याज की मात्रा बढ़ाने और वितरण चैनलों का विस्तार करके इसमें ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, केन्द्रीय भंडार आउटलेट और मदर डेयरी के सफल स्टोर को शामिल करने का निर्णय लिया है।
सरकार ने प्रमुख शहरों में प्याज़ का थोक विक्रय भी शुरू कर दिया है। यह दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में पहले ही शुरू हो चुका है, और इसे हैदराबाद, बेंगलुरु और कोलकाता और अंततः सभी राज्यों की राजधानियों तक विस्तारित करने की योजना है।
रसद दक्षता में सुधार लाने तथा फसल-उपरान्त होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सड़क और रेल नेटवर्क दोनों को शामिल करते हुए दोहरी परिवहन रणनीति लागू की जा रही है।
उपभोक्ता मामले विभाग मांग और मूल्य प्रवृत्तियों के आधार पर लक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
मंत्रालय ने कहा कि प्याज के 4.7 लाख टन के बफर स्टॉक तथा पिछले वर्ष की तुलना में खरीफ बुवाई क्षेत्र में वृद्धि के साथ, “सरकार को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में प्याज की कीमतें नियंत्रण में रहेंगी।”
इसमें कहा गया है कि उन्नत खुदरा और थोक बिक्री रणनीतियों के संयोजन से कीमतों में स्थिरता आएगी और किफायती प्याज की व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
प्रकाशित – 14 सितंबर, 2024 02:20 अपराह्न IST