तो दोस्तों, बंदर को तो आप बहुत अच्छे से जानते ही हैं, बंदरों को हम अक्सर बस्ती में भी देख पाते हैं। जब उन्हें खाने की कमी होती है तो वह खाने की तलाश के बस्तियों में आ घुसते हैं। हम अक्सर यह देखते हैं कि, बंदरों के पास लोग जाने से डरते हैं क्योंकि वह लोगों को काट सकते हैं। लेकिन अगर अपने उनकी हरकतों पर गौर करा हो तो आपने यह ज़रूर देखा होगा कि वह मनुष्यों की तरह हरकत करते हैं थोड़ी बहुत। लेकिन यह बात थोड़ी उल्टी है, असल में बात यह है कि हम मनुष्य बंदर की प्रजाति के होती हैं। जी हां दोस्तों, यही कहा जाता है कि बंदर हमारे पूर्वज हैं, जो कि शायद सच भी है। इसलिए हम अक्सर बंदरों और इंसानों की हरकतें कॉमन पाते हैं। अब इस ही से जुड़ी एक बात और है कि इंसान का भी मंकी ब्रेन होता है। आइए इसके बारे में आपको पूरी बात बताते हैं।
तो दोस्तों, आपने यह देखा होगा की बंदर एक जगह पर ज़्यादा देर नहीं टिकते हैं, और बंदर जाने भी इस ही लिए जाते हैं। अक्सर जब बच्चे इधर से उधर होते हैं तो उनसे भी यही कहा जाता है कि, बंदर की तरह उचकता रहता है। और ऐसा ही कुछ मनुष्यों का भी दिमाग होता है, जो इधर से उधर भागता रहता है। बंदरों की ही तरह कुछ लोगों का दिमाग एक जगह टिक कर नहीं रह पाता है, वे हमेशा एक चीज़ से दूसरी चीज़ के बारे में सोचते हैं और उनका दिमाग किसी एक चीज़ पर फोकस नहीं कर पाता है। और इसे ही मंकी माइंड कहते हैं। लोगों के इस ही दिमाग की वजह से वह कोई भी टास्क पूरा नहीं कर पाते हैं और उन्हें इस वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बंदर जैसा माइंड रखने वाले इंसानों को कई बार एंजाइटी, डिस्ट्रेक्शन और स्ट्रैस जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब हम आपको बताते हैं कि मंकी माइंड के बारे में कैसे पता करते हैं और उसे कंट्रोल कैसे किया जाता है। तो दोस्तों, मंकी माइंड का एक आम सा लक्षण और आसानी से पहचानने वाला लक्षण है, एकाग्रता की कमी। इस कमी की वजह से व्यक्ति एक काम पर ज़्यादा समय तक फोकस नहीं कर पाता है। अक्सर अपने कई लोगों को देखा होगा कि अगर वह कुछ काम भी कर रहे हों, और फोन पर नोटिफिकेशन आ जाए तो वह सारा काम छोड़ कर फोन के ऊपर अपना पूरा ध्यान लगाने लग जाते हैं । यह लक्षण कमज़ोर कंसर्टेशन के होते हैं। और यदि आप अपनी एकाग्रता बढ़ाना चाहते हैं तो आप अपने महत्वपूर्ण कामों को सबसे पहले पूरा करने की कोशिश करें, जिससे आपका दिमाग इधर उधर नहीं भागेगा।
हमारे साथ अक्सर ऐसा होता है कि हम कुछ ना कुछ सोचते रहते हैं, और इस ही वजह से हमारा माइंड चलता रहता है, जिसकी वजह से आसानी से नींद नहीं आती है। प्रॉपर नींद पूरी ना होने की वजह से बॉडी में कमज़ोरी और भी कई तरह को परेशानी होने लगती है। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए हमें प्रॉपर नींद लेनी चाहिए। इसलिए सोने से पहले सारी डिस्ट्रेक्टिंग चीज़ों के बारे में सोचना बंद कर दें और कोई भी हॉरर मूवी या किताब पढ़ कर ना सोया करें। हर वक्त कुछ ना कुछ सोचने की वजह से दिमाग में थकान होने लग जाती है। इस परेशानी से बचने के लिए आपको माइंडफुल एक्टिविटीज करना चाहिए। ऐसा करने से आपके दिमाग को रेस्ट भी मिलेगा और बेहतर महसूस होगा। और अगर आप अपने दिमाग को चार्जफुली रखना चाहते हैं तो प्रॉपर नींद लें और हेल्थी डाइट करें। यह सब चीज़ें आपके लिए काफी लाभदायक साबित होंगी।