तो दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं कि लोकसभा चुनाव को ज़्यादा वक्त नहीं बचा है। और जैसा कि हमने आपसे कहा था कि जब तक यह चुनाव नहीं होंगे तब तक आपको हर दिन कुछ बदलता और नया सुनने को मिलता रहेगा। यह तो आप जानते ही हैं कि सत्ता चलाना आसान नहीं होती, इसमें बहुत ही दाव पेच लगाना पड़ते हैं। और BJP के बारे में तो आप बहुत अच्छे से जानते ही हैं, कि कैसे BJP शतरंज की हारी हुई बाज़ी को भी अपने नाम कर ही लेती है । और जैसा कि हम यह देख ही रहे हैं कि आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच गठबंधन अभी तक कायम है, और इसे देख कर BJP इन्हें हल्के में तो बिल्कुल नहीं ले रही होगी। इसी वजह से BJP ने इस गठबंधन के चलते एक नई रणनीति तैयार की है। आइए इसके बारे में पूरी जानकारी आपको बताते हैं।
हम आपको बता दें कि, भाजपा (BJP) ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की तलाश तेज़ कर दी है। सोमवार को BJP दिल्ली के पर्यवेक्षकों ने जिला स्तर पर अपनी सभी 7 सीटों पर संभावित नेताओं के नाम इकट्ठा किए हैं। और सबसे खास बात सामने जो आई है वह यह है कि, AAP और कांग्रेस के गठबंधन को देखते हुए BJP होने वाले लोकसभा चुनाव में अपने सभी मौजूदा सांसदों को मैदान में नहीं उतारेगी। जिसका मतलब यह है कि, BJP दिल्ली में अपने कुछ सांसदों का टिकट काट सकती है। हालांकि, दोस्तों यह खबर सिर्फ अभी सुनने में आई है, इस पर फैसला तो आपको पता ही है की केंद्र ही लेगी। और जैसा के हम BJP के बारे में जानते हैं तो वह कभी भी मोड़ ले सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली बीजेपी (BJP) के सीनियर नेता के हवाले से यह बताया गया है कि, बीजेपी (BJP) ने अपने सभी 7 सांसदों के परफॉर्मेंस का एनालिसिस करने के लिए तीन सर्वे कराए हैं। उन्होंने यह कहा है कि, चर्चा है कि कम से कम आधे सांसदों का टिकट इस बार कटने की संभावना है। और चर्चा यह भी है कि, सभी सांसदों को बदला भी जा सकता है। हालांकि, अभी कुछ भी नहीं कह सकते हैं क्योंकि यह फैसला केंद्रीय नेतृत्व को लेना होता है और अभी जल्दबाजी में इतना साफ कुछ बता नहीं सकते हैं। लेकिन दोस्तों, ऐसा यह पहली बार नहीं हो रहा है, इस ही तरह का कुछ इससे पहले भी हो चुका है। आइए आपको पूरी बात बताते हैं।
हम आपको बता दें कि, 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) ने अपने 2 उम्मीदवार बदले थे। 2019 में बीजेपी (BJP) ने गौतम गंभीर और हंसराज हंस को नए उम्मीदवार के तौर पर ईस्ट दिल्ली और नॉर्थ वेस्ट दिल्ली सीट से उतारा था, जबकि बीजेपी (BJP) ने अपने 5 सांसदों का टिकट बरकार रखे थे। और इन सभी उम्मीदवारों ने जीत भी हासिल की थी। लेकिन जब AAP और कांग्रेस के बीच कोई गठबंधन नहीं था, दोनों ही पार्टियों ने अलग अलग चुनाव लड़े थे। हम आपको बता दें कि, प्रदेश से भेजे गए दो नेताओं ने जिला स्तर पर नेताओं के साथ बैठक भी की है। और इस बैठक में हर सीट से 5 से 7 उम्मीदवारों के नाम सामने आए हैं। और इन सारे नामों को दिल्ली बीजेपी (BJP) अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेव के पास भेजा गया है। अब इन सीटों पर केंद्रीय नेतृत्व की मुहर के बाद ही उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी।