ऑनलाइन गेमिंग का नाम तो आपने सुना ही होगा। आज कल जिस तरह से ऑनलाइन गेमिंग का क्रेज़ बढ़ रहा है उसे देख कर तो यही लगता है कि इस छेत्र में भी ग्रोथ की संभावना है। अगर हमें इस इंडस्ट्री को समझना है तो EY की हाल की रिपोर्ट पर हमें ध्यान देना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, भारत के करीब 78 करोड़ एक्टिव इंटरनेट यूजर्स हैं और इसमें लगभग 43 करोड़ ऑनलाइन गेमर्स हैं। और हम आपको बता दें कि इसका मार्केट साइज 16428 करोड़ है। इस आंकड़े से लोगों में ऑनलाइन गेमिंग की बढ़ती रुचि साफ ज़ाहिर हो रही है। और अब ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री को और बढ़ाने के लिए निवेशक भी सामने आ रहे हैं। आइए इसके बारे में पूरी जानकारी बताते हैं।
दरअसल दोस्तों, निवेशकों को इस इंडस्ट्री में विकास के अवसर दिखाई दे रहे हैं। इस वजह से अब ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री के निवेशक भी सामने आने लगे हैं। मज़बूत डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और एक्सपेंडेड डिजिटल एक्सेस के साथ भारत 2025 तक 1 ट्रिलियन डॉलर डिजिटल इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर है। और सबसे मुख्य बात यह है कि इसमें ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री भी मुख्य भूमिका निभा सकती है। हम आपको बता दें कि पिछले साल यानी 2023 में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ काफी तेज़ी से हुई है, जिससे यह पता चल रहा है कि इस छेत्र में आगे बढ़ने की काफी संभावना है।
अब आपको बताते हैं कि EY की रिपोर्ट का क्या मतलब है। दरअसल इसका नाम New Frontiers: Navigation the evolving landscape for online Gaming in India है।
साल 2020 से लेकर अब तक यानि साल 2024 के बीच अभी तक इस इंडस्ट्री ने घरेलू और वैश्विक स्त्रोतों से 22,931 करोड़ रुपए का निवेश प्राप्त किया है। और सिर्फ यही नहीं, इस इंडस्ट्री से काफी युवाओं को अपना करियर बनाने का भी मौका मिल रहा है, और इससे युवाओं को रोज़गार भी मिल रहा है। EY रिपोर्ट के अनुसार, ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री ने पिछले एक साल में यानी 2023 में 1 लाख लोगों को रोज़गार दिया था। और अब यह संख्या साल 2025 तक 2,50,000 तक पहुंचने की संभावना है।
हम आपको बता दें कि real–money gaming (RMG) का ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री में 83% हिस्सा है। रियल मनी गेमिंग एक ऐसा गेम मॉडल है जिसमें प्लेयर्स गेम खेल कर पैसा कमा सकते हैं। यह सेगमेंट साल 2024 से 2028 के बीच कॉरपोरेट टैक्स और टीडीएस के रूप में 6,500 से 6,800 करोड़ रुपए तक का योगदान कर सकता है। और इससे राजकोष बढ़ेगा। जैसा कि आप जानते हैं कि भारत बहुत तेज़ी से डिजिटल इंडिया की ओर आगे बढ़ रहा है और इस पहल से ना केवल समाज के निचले स्तर पर बैठे लोगों को फायदा पहुंचा रही है, बल्कि इससे गवर्नेंस में भी सुधार हो रहा है। इस सेक्टर में जो ग्रोथ हो रही है उसका पता इसमें खुले स्टार्टअप से पता चलता है, जो सरकार के विजन और अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहे हैं।