इंडिया vs इंग्लैंड का तीसरा मैच था जब सरफराज खान ने अपने डेब्यू को यादगार, शानदार बनाया जिन्होंने कई फिफ्टी लगाएं सरफराज खान ने रनआउट होने से पहले 9 चौके और एक छक्का लगाया सिर्फ 66 बाॅल पर 62 रन खेले। उन्होंने कहा मैं अपने पिता के बदौलत यह क्रिकेट खेल पा रहा हूं और आज इस मैच में है तो सिर्फ अपने पिता की वजह से इसलिए इसका सारा क्रेडिट वह अपने पिता को देते हैं।
सरफराज खान को बचपन से ही क्रिकेट खेलने बहुत पसंद था जब वह 6 साल के थे तो क्रिकेट खेलते थे। जब वह पहला मैच खेल कर आये तो उन्होंने कहा कि मुझे क्रिकेट खेल के बहुत अच्छा लग रहा है और उन्होंने कहा मेरे पिता का प्यार है जो मैं यहां खड़ा हूं और क्रिकेट खेल पा रहा हूं और उनका सपना भी है कि मैं भारत के लिए क्रिकेट खेलू, भारतीय टीम का क्रिकेटर बन पाऊं आज उनका सपना पूरा हो गया है।
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सरफराज खान को मिला डेब्यू में खेलने का मौका, उन्होने लगाए है चौके – छक्के
सरफराज खान एक भारतीय क्रिकेटर हैं काफी टाइम से वह लोकल मैचेस खेलते आए हैं कभी उन्हें डेब्यू में क्रिकेट का तहलका मचाने का चांस नहीं मिला। देर से ही सही फिर वो दिन भी आया जब उन्हें डेब्यू करने का मौका दिया गया और जैसे ही उनको मैच खेलने के लिए कैप मिला वह सबसे पहले अपने पिता के पास गए उनके पिता नौशाद खान ने कैप पर किस करते हुए इमोशनल हो गए और अपने आंसुओं को नहीं रोक पाए। अपने बेटे को उनका सपना पूरा करते देख कर वह खुशी के मारे रो दिए।
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सरफराज खान ने बहुत ही शानदार तरीके से मैच को दिया अंजाम और अपना डेब्यू यादगार
फिर क्या था पिता का सर पर हाथ और उनके साथ से किया उनका सपना पूरा सरफराज ने बहुत ही अलग अंदाज से मैच को दिया अंजाम और अपने इस पल को बनाया यादगार अपने पिता का सपना पूरा किया और बहुत ही शानदार मैच खेला। उन्होंने 66 बाॅल पर 62 रन बनाए जिसमें 9 चौक एक छक्का शामिल था। 47 बोलो में ही आधा शतख पूरा किया। सरफराज खान ने भारत और इंग्लैंड के बीच हो रहे मैच में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और वह शतक की और कदम बड़ा ही रहे थे कि जडेजा की गलतफहमी की वजह से वह 66 बाॅल पर रनआउट हो गए।