अनिल अंबानी की रिलायंस कैपिटल को मिलने जा रहा है नया मलिक राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण द्वारा रिलायंस कैपिटल के नए मालिक को मिली मंजूरी:

तो दोस्तों अनिल अंबानी को तो आप सभी जानते ही होंगे। कड़ी मेहनत करके उद्योगपति बनने वाले धीरूभाई अंबानी के बड़े बेटे अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) के आखिरकार नए मालिक का ऐलान हो ही गया। दरअसल, अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल बहुत कर्ज़ में आ गई थी जिसकी वजह से कंपनी नीलाम कर दी गई है और उसको हिंदुजा ग्रुप ने खरीद लिया है। तो अब रिलायंस कैपिटल का नया मालिक हिंदुजा ग्रुप होगा। जिसको अब काफी समय बाद आरबीआई ने भी मंजूरी दे दी है। आप भी यह ज़रूर सोच रहे होंगे की करोड़पति बाप के बेटे अनिल अंबानी की कंपनी इतने कर्ज़े में कैसे आ गई कि जिसको नीलाम करने की ज़रूरत पड़ गई। आइए पूरी जानकारी जानते हैं।

तो हम आपको बता दें कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने भारी कर्ज़ में डूबी अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) के बोर्ड में डायरेक्टर के तौर पर हिंदुजा ग्रुप के पांच प्रतिनिधियों को शामिल करने की मंजूरी दे दी है। इस दीवालिया हुई कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) के बोर्ड में अमर चिंतापंथ , शरदचंद्र वी जरेगांवकर, भूमिका बत्रा, अरुण तिवारी और मोसेस न्यूलिंग हार्डिंग जॉन को शामिल किया गया है। दरअसल भारतीय रिज़र्व बैंक ( RBI) ने 29 नवंबर 2021 में काफी गंभीर समस्याओं की वजह से अनिल अंबानी की इस कंपनी यानि रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को भंग कर दिया था।

भारी कर्ज़ में डूबी कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) के लिए आरबीआई ने हिंदुजा ग्रुप ( Hinduja Group) की इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग लिमिटेड (IIHL) की 10,000 करोड़ रुपए की समाधान योजना और इसके अधिग्रहण की भी मंजूरी दे दी है। हम आपको बता दें कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने सख्त निर्देश देते हुए यह कहा है कि कंपनी इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) के साथ किसी भी प्रकार के लेनदेन का संबंध नहीं रखेगी और बैंक के साथ लेनदेन की सख्त दूरी बनाए रखेगी। हम आपको बता दें कि इंडसइंड बैंक की निजी संपत्ति का कानूनी अधिकार हिंदुजा ग्रुप के पास है। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि समाधान योजना के लागो होने के बाद शेयरधारिता में कोई भी बदलाव आरबीआई (RBI) की पूर्व मंजूरी के अधीन होगा। आइए अब जानते हैं कि हिंदुजा ग्रुप ने रिलायंस कैपिटल कंपनी को कैसे खरीदा।

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तो हम आपको बता दें कि कर्ज़ में डूबी रिलायंस कैपिटल कंपनी (Reliance Capital) के लिए दो बार नीलामी का आयोजन किया जा चुका है। और अप्रैल में हुई दूसरे दौर की नीलामी में हिंदुजा ग्रुप की कंपनी (IIHL) ने रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए 9,650 करोड़ रुपए की सबसे बड़ी बोली लगाई थी जिसके बाद इससे ज़्यादा कीमत की बोली कोई भी नहीं लगा सका। और उसके बाद रिलायंस कैपिटल हिंदुजा ग्रुप के नाम हो गई। और हम आपको बता दें कि इससे पहले यानि पहले दौर की नीलामी के दौरान टोरेंट इन्वेस्टमेंट (Torrent Investment) ने 8,640 करोड़ रुपए की सबसे ज़्यादा बोली लगाई थी। टोरेंट ने दूसरे दौर की नीलामी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की थी, लेकिन अब इस पर कोई फैसला नहीं आया है। लेकिन हम आपको बता दें कि इस कंप्लेन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जल्द ही अपना फैसला सुनाने वाली है।

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