बीटेक पानी पुरी वाली यानी कि इसका नाम तापसी उपाध्याय है जिसकी उम्र सिर्फ मात्र 22 साल की है यह मेरठ में रहने वाली छात्रा है जिसने बीटेक किया लोगों ने बीटेक पानी पुरी वाली नाम से फेमस कर दिया है।
आज हम एक ऐसी लड़की की कहानी बताने जा रहे हैं जो आज के नौजवानों के लिए मिसाल बन चुकी है अगर किसी व्यक्ति को सफल होने हेतु अनेक संघर्षों का सामना करना पड़ता है जैसे कि अगर मंजिल तय नहीं करोगे तो रास्ता कैसे मिलेगा। कॉलेज जाने की उम्र में जब बच्चे अपनी पढ़ाई को लेकर उत्साहित रहते हैं और अपनी लाइफ में एंजॉय करते हैं तब इस लड़की ने बिजनेस करना स्टार्ट कर दिया था बिजनेस करने का फैसला सफल भी हुआ आज वह फेमस हो गई है तो चलते हैं फिर आगे के सफर में इन्होंने किस तरह से स्कूटी से थार तक का सफर तय किया।
तापसी उपाध्याय मेरठ में रहने वाली 22 साल की छात्रा है जिसे लोगों ने बीटेक पानी पुरी बाली के नाम से मशहूर कर दिया है उन्होंने अपने जीवन में ही बचपन से ही अनेक काम किया जिसमें सफलता ही प्राप्त हुई और बचपन से ही कई संघर्षों का सामना भी करना पड़ा उन्होंने बचपन से ही वह नाम कमाना चाहती थी पढ़ने की टाइम पर उन्होंने तिलक नगर जेल रोड पर पानी पूरी का स्टाल लगाया जो दक्षिण डिलाइट के नाम से फेमस है।
तापसी उपाध्याय ने अपनी जिंदगी में अनेक संघर्षों का सामना करा तापसी उपाध्याय ने बताया कि हमारी जिंदगी में अनेक कठिनाइयां आए जिनका हमने मजबूती के साथ सामना किया। तापसी ने स्कूटी से थार का सफर तय किया वहां वे अपने स्टॉल का सामान ढोकर लाती थी फिर उसके बाद बुलेट ली बुलेट से यह काम को जारी रखा और सफलता प्राप्त की। उन्होने कभी हार नहीं मानी बहुत से लोगों ने उन्हें गिराने की भी कोशिश की भड़काया लेकिन वह कभी किसी की बातों में नहीं आती थी वह संघर्षों की राह पर चलती रही यही सोचकर कि एक दिन मंजिल मिल ही जाएगी और फिर क्या था उनको वह मंजिल मिली भी जिसका उन्हें इंतजार था। संघर्ष करते हुए वह सफलताएं हासिल कर चुकी हैं और उन्होंने कहा अगर आप संघर्ष करते हो तो कुछ भी हासिल कर सकते हो आजकल के नौजवानों को यह प्रेरणा देना चाहती हूं अगर आपको जिंदगी में कुछ पाना है, कुछ करना है तो आपको संघर्ष ही करना पड़ेगा जब भी आप खुद के दम पर कुछ कर पाएंगे।
तापसी उपाध्याय ने दिल्ली के एनसीआर में 40 से ज्यादा पानी पुरी स्टॉल लगाए और साथ में दोसा स्टॉल भी लगे उन्होंने सबसे पहले पानी पूरी स्टॉल से अपनी जिंदगी की शुरुआत की थी इसके बाद सारे लोगों के लिए डोसा स्टॉल लेकर आई जिसमें लोगों ने काफी उन्हें पसंद किया आजकल की नौजवानों को प्रेरणा यह मिलती है इस उदाहरण से कि अगर आप लाइफ में कुछ करना चाहते हैं तो कोई काम छोटा बड़ा नहीं होता है बस जज़वा होना चाहिए जरूरी नहीं सरकारी नौकरी या प्राइवेट नौकरी हो अगर आप कुछ कर सकते हैं तो अपना एम पहले डिसाइड करें आपको क्या करना है फिर इसके बाद इस पर संघर्ष करें उदाहरण के लिए तापसी उपाध्याय का सबसे अच्छा उदाहरण है।