तो जैसा कि हम जानते हैं, JCB का इस्तेमाल किसी भी इमारत को तोड़ने फोड़ने में किया जाता है, या कहीं की भी खुदाई करनी हो तो जेसीबी (JCB) यह काम मिनटों में कर देती है। तो आज हम बात कर रहे हैं JCB के असली नाम की और इसके इतिहास की, आखिर इसका रंग पीला ही क्यों होता है , या इससे पहले यह किस रंग की होती थी।
अगर आप भी इसका असली नाम और इतिहास जानना चाहते हैं, तो आइये आपको इस बारे में जानकारी देते हैं।
तो सबसे पहले हम आपको बता दें कि JCB का असली नाम बैकहो लोडर है। असल में कंपनी का नाम JCB है , जिसका फुल फॉर्म Joseph Cyril Bomfard (जोसेफ सायरिल बम्फोर्ड) है। जिसे शॉर्ट में JCB कहते हैं।
JCB कंपनी 1945 में शुरू हुई थी, जिसने 1953 में पहला बैकहो लोडर बनाया था। यह पहले सफेद और लाल रंग की हुआ करती थी, कंपनी ने मशीनों की डिमांड बड़ने पर इसका रंग बदलना शुरू किया था। लेकिन इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि कंपनी ने डिमांड से ज्यादा सुरक्षा की वजह से इसका रंग बदला था।
दरअसल, जब JCB मशीन लाल और सफेद रंग की हुआ करती थी तो यह जब कंस्ट्रक्शन साइट्स पर खड़ी रहती थी तो दूर से इसको देखने में दिक्कत होती थी, और रात को तो सफेद रंग बिलकुल दिखाई नहीं पड़ता था, जिसके कारण हादसे होने का भी डर ज़्यादा रहता था, और पीला रंग दूर से देखने में ही नज़र आ जाता है और रात को भी यह साफ दिखाई देता है, तो इस कारण इसका रंग कंपनी ने पीला बनाना शुरू कर दिया था, तो यही वजह है कि JCB का रंग पीला होता है।
JCB मशीन की खासियत।
इस मशीन को दोनों तरफ से ऑपरेट किया जा सकता है, आगे की तरफ से यह मशीन रोड पर चलती है और पीछे की तरफ से यह खुदाई करने में या कोई भी इमारत को तोड़ने में इस्तेमाल की जाती है। यह मशीन कहीं की भी खुदाई हो या किसी भी इमारत को तोड़ने हो, यह कुछ ही घंटो या मिंटो में अपना काम कर देती है।